treatment piles pregnancy - An Overview

Wiki Article

अर्जुन की छाल का काढ़ा बवासीर में खून आने को रोकने के लिए प्रभावी है।

ग्रेड I : इस अवस्था में बवासीर छोटी होती है। वे गुदा के अंदर स्थित होने के कारण दिखाई या महसूस नहीं हो सकते हैं।

पाइल्स के लक्षण की गंभीरता हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं लेकिन मुख्य कारण है:

मलत्याग के समय थोड़ी सूजन और कभी-कभी खून की बूंदें आ सकती हैं।

जब कोई व्यक्ति बवासीर से पीड़ित होता है तो उसे निम्नलिखित लक्षणों और संकेतों का अनुभव हो सकता है। बवासीर के लक्षण हेमोराइड के प्रकार पर निर्भर करते हैं।

पाइल्स के रोगियों को कैफीन के सेवन से भी बचना चाहिए, ऐसा करने से आप बवासीर से मुक्ति पा सकते हैं।

हरितकी (हरड़): यह मल त्याग को सुगम बनाती है।

डॉक्टर द्वारा दी जाने वाली औषधि, लेप या आवश्यकता होने पर शल्य चिकित्सा भी प्रभावी समाधान है।

विस्तृत रोगी इतिहास : इसमें लक्षणों की सीमा, गंभीरता और अवधि, मल त्याग की आवृत्ति, संबंधित लक्षण (जैसे, कब्ज, मल असंयम), दैनिक आहार की आदतें, और मल त्याग का विवरण (जैसे, प्रत्येक मल त्याग और उसके दौरान बिताया गया समय) शामिल होना चाहिए।

तनाव कम करें: प्राणायाम और ध्यान का अभ्यास करें।

डोनट टेलबोन कुशन: check here यह कुशन विशेष रूप से बवासीर से पीड़ित लोगों के लिए बनाया गया है।

ज्यादातर मामलों में, पाइल्स के लक्षण गंभीर नहीं होते हैं और अपने आप ठीक हो जाते हैं। हालांकि, पाइल्स में एक या उससे ज्यादा लक्षण हो सकते है जैसे की:

पाइल्स या बवासीर सूजे हुए रक्त वाहिकाएं और ऊतक हैं जो मलाशय के अंदर या गुदा के आसपास की त्वचा के नीचे होते हैं। आबादी का एक तिहाई हिस्सा बवासीर के कारण होने वाले लक्षणों से पीड़ित है। यह स्थिति ४५-६५ वर्ष की आयु के लोगों में आम है।

तीन अंजीर एक गिलास पानी में भिगों दें। सुबह खाली पेट इसका सेवन कर, इस पानी को भी पिएं।

Report this wiki page